LG एक corporate ठग है
बड़ी कार्पोरेट कंपनियां
और उनके उत्पाद यूं तो काफी
विश्वसनीय माने जाते हैं परंतु
फिर भी खरीदारी करते समय काफी सावधानी
बरतने की आवस्यकता है।
कुछ बड़ी कंपनियां, मुनाफे
को और बढ़ाने की जुगत मे अपने
ग्राहकों के गारंटी वारंटी
क्लैम को टालने और खराब उत्पाद
को भी बाज़ार मे खपाने का प्रयास
कर रही हैं। पिछले दिनो मेरे
साथ हुये एक वाकये के जरिये
इस प्रवृति और शाजिस का पता
चलता है।
मैंने नेहरू प्लेस
की एक दुकान से LG कंपनी
का DVD Writer खरीदा था
जिस पर एक साल की service वारंटी
थी, घर आकर कम्प्युटर
मे लगाए जाने के बाद पता चला
कि वह खराब है। मैंने तत्काल
दुकान को फोन किया तो दुकानदार
ने LG Electronics कस्टमर
केयर को फोन करने के लिए कहा,
LG Electronics कस्टमर केयर
को फोन कर के शिकायत दर्ज
करा दी. LG Electronics कस्टमर
केयर ने बताया कि 48 घंटे
के अंदर कोई प्रतिनिधि आप के
पास जाएगा और खराबी ठीक कर
देगा। परंतु 5 दिन
बीत जाने के बाद भी न तो कोई
आया या न ही किसी ने संपर्क
किया। दोबारा संपर्क करने पर
बताया गया कि आप को वो DVD
Writer आप को service center
लेकर आना होगा और एक
पता दिया गया। उस पते पर पहुँचने
पर पता चला कि इस service center पर
इसकी सर्विस नहीं होती वहाँ
से एक दूसरा पता दिया गया।
अगले दिन उस दूसरे पते पर जाने
पर वहाँ पर बैठे व्यक्ति ने
बहुत ही रूखे और अपमान जनक
तरीके से बात की और बिना देखे
ही कहा कि ये हमारी कंपनी
का नहीं है ये नकली है और उसने
आगे कोई भी बात सुनने से मना
कर दिया।
अगले दिन फिर नेहरू
प्लेस के दुकान पर पहुँचने
पर दुकानदार ने वो DVD Writer
लेकर रख लिया और 3
दिन बाद आने को कहा 5
दिन बाद जाने पर फिर
दोबारा दो दिन बाद आने को कहा
गया। 3 दिन बाद
फिर जाने पर 5 घंटे
बैठा कर रखने के बाद उक्त DVD
Writer फिर से हाथ मे था।
यहाँ बताते चलें कि वो सारे
पते और दुकान इतने दूर हैं कि
एक बार आने और जाने मे पूरा
दिन निकल जाता है और कम से कम
100 रुपए का खर्च आता
है। इस तरह अबतक इस DVD Writer
पर उसके मूल्य से ज्यादा
खर्च हो चुका था। काम से छुट्टी
लेना और शारीरिक परेशानी अलग
से। बहरहाल आगे चलते हैं,
इस सब मे पूरा एक माह
बीत चुका था और उस DVD Writer से
उसके मूल्य का दूना खर्च होने
के बाद भी अभी तक कोई काम नहीं
हो सका था।
घर आकर फिर से उसे
computer मे लगा कर काम
करने पर पता चलता है कि उसमे
कोई भी सुधार नहीं किया गया
था और समस्या जैसी की तैसी
मौजूद थी। अब मैंने उपभोक्ता
फॉरम मे वाद दायर करने की सोची
वहाँ 5000 रुपए वाद
दायर करने के लिए शुल्क मांगा
गया। 900 रुपए की चीज
जिसके लिए मैं 2000 से
ज्यादा खर्च कर चुका था अब और
5000 खर्च करने के पक्ष
मे नहीं था। अतः उस DVD Writer को
कबाड़ी को 15 रुपए मे
बेच दिया। और दूसरी कंपनी
का उत्पाद ले आया जो ठीक से
काम कर रहा है।
आप को लग रहा होगा की
जब नकली समान खरीदा तो ये तो
भुगतना ही था। लेकिन बात यह
नहीं है समान तो LG का
ही था पर निर्माण की त्रुटि
थी। नियम के अनुसार उसे बाजार
मे आना नहीं चाहिए था पर लागत
को कम करने के लिए इसे भी बाजार
मे उतार दिया गया और पैसा वसूल
होने के बाद हीला हवाली करते
हुये नकली बताकर अपना पल्ला
झाड लिया। ये सरासर ठगी है और
LG corporate ठग है। अगर
ऐसा नहीं होता तो LG उक्त
DVD Writer को अपनी हिफाजत
मे लेती और मेरे पास मौजूद
purchase रसीद से विक्रेता
और वितरक की जांच कराती एक
नकली उत्पाद बना कर LG Brand का
अवैध उपयोग करने वाली company
का भन्डाफोडृ कर सकती
थी। लेकिन LG को सब
कुछ पता था और वह सिर्फ अपना
मुनाफा वसूल करना चाहती थी
और अगर कोई कारवाई करने का
प्रयाश होता तो नलकी उत्पाद
की कहानी का सच सामने आ जाता.
अगर आप के पास भी ऐसा
कोई अनुभव है तो उसे जरूर यहा
बताएं जिससे लोग इन ठगो से
सावधान हो सकें.
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