Wednesday, May 30, 2012

LG एक corporate ठग है


LG एक corporate ठग है

बड़ी कार्पोरेट कंपनियां और उनके उत्पाद यूं तो काफी विश्वसनीय माने जाते हैं परंतु फिर भी खरीदारी करते समय काफी सावधानी बरतने की आवस्यकता है। कुछ बड़ी कंपनियां, मुनाफे को और बढ़ाने की जुगत मे अपने ग्राहकों के गारंटी वारंटी क्लैम को टालने और खराब उत्पाद को भी बाज़ार मे खपाने का प्रयास कर रही हैं। पिछले दिनो मेरे साथ हुये एक वाकये के जरिये इस प्रवृति और शाजिस का पता चलता है।

मैंने नेहरू प्लेस की एक दुकान से  LG कंपनी का DVD Writer खरीदा था जिस पर एक साल की service वारंटी थी, घर आकर कम्प्युटर मे लगाए जाने के बाद पता चला कि वह खराब है। मैंने तत्काल दुकान को फोन किया तो दुकानदार ने LG Electronics  कस्टमर केयर को फोन करने के लिए कहा, LG Electronics  कस्टमर केयर को  फोन कर के शिकायत दर्ज करा दी. LG Electronics  कस्टमर केयर ने बताया कि 48 घंटे के अंदर कोई प्रतिनिधि आप के पास जाएगा और खराबी ठीक कर देगा। परंतु 5 दिन बीत जाने के बाद भी न तो कोई आया या न ही किसी ने संपर्क किया। दोबारा संपर्क करने पर बताया गया कि आप को वो DVD Writer आप को  service center लेकर आना होगा और एक पता दिया गया। उस पते पर पहुँचने पर पता चला कि इस service center पर इसकी सर्विस नहीं होती वहाँ से एक दूसरा पता दिया गया। अगले दिन उस दूसरे पते पर जाने पर वहाँ पर बैठे व्यक्ति ने बहुत ही रूखे और अपमान जनक तरीके से बात की और बिना देखे ही  कहा कि ये हमारी कंपनी का नहीं है ये नकली है और उसने आगे कोई भी बात सुनने से मना कर दिया।

अगले दिन फिर नेहरू प्लेस के दुकान पर पहुँचने पर दुकानदार ने वो DVD Writer लेकर रख लिया और 3 दिन बाद आने को कहा 5 दिन बाद जाने पर  फिर दोबारा दो दिन बाद आने को कहा गया।  3 दिन बाद फिर जाने पर 5 घंटे बैठा कर रखने के बाद उक्त DVD Writer फिर से हाथ मे था। यहाँ बताते चलें कि वो सारे पते और दुकान इतने दूर हैं कि एक बार आने और जाने मे पूरा दिन निकल जाता है और कम से कम 100 रुपए का खर्च आता है। इस तरह अबतक इस DVD Writer पर उसके मूल्य से ज्यादा खर्च हो चुका था। काम से छुट्टी लेना और शारीरिक परेशानी अलग से। बहरहाल आगे चलते हैंइस सब मे पूरा एक माह बीत चुका था और उस DVD Writer से उसके मूल्य का दूना खर्च होने के बाद भी अभी तक कोई काम नहीं हो सका था।

घर आकर फिर से उसे computer मे लगा कर काम करने पर पता चलता है कि उसमे कोई भी सुधार नहीं किया गया था और समस्या जैसी की तैसी मौजूद थी। अब मैंने उपभोक्ता फॉरम मे वाद दायर करने की सोची  वहाँ 5000 रुपए वाद दायर करने के लिए शुल्क मांगा गया। 900 रुपए की चीज जिसके लिए मैं 2000 से ज्यादा खर्च कर चुका था अब और 5000 खर्च करने के पक्ष मे नहीं था। अतः उस DVD Writer को कबाड़ी को 15 रुपए मे बेच दिया। और दूसरी कंपनी का उत्पाद ले आया जो ठीक से काम कर रहा है।

आप को लग रहा होगा की जब नकली समान खरीदा तो ये तो भुगतना ही था। लेकिन बात यह नहीं है समान तो LG का ही था पर निर्माण की त्रुटि थी। नियम के अनुसार उसे बाजार मे आना नहीं चाहिए था पर लागत को कम करने के लिए इसे भी बाजार मे उतार दिया गया और पैसा वसूल होने के बाद हीला हवाली करते हुये नकली बताकर अपना पल्ला झाड लिया। ये सरासर ठगी है और LG corporate ठग है। अगर ऐसा नहीं होता तो LG उक्त DVD Writer को अपनी हिफाजत मे लेती और मेरे पास मौजूद purchase रसीद से विक्रेता और वितरक की जांच कराती एक नकली उत्पाद बना कर LG Brand का अवैध उपयोग करने वाली company का भन्डाफोडृ कर सकती थी। लेकिन LG को सब कुछ पता था और वह सिर्फ अपना मुनाफा वसूल करना चाहती थी और अगर कोई कारवाई करने का प्रयाश होता तो नलकी उत्पाद की कहानी का सच सामने आ जाता.
अगर आप के पास भी ऐसा कोई अनुभव है तो उसे जरूर यहा बताएं जिससे लोग इन ठगो से सावधान हो सकें.



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